हिमाचल प्रदेश में भाषा एवं बोलियां से जुडी जानकारी | Himachal Pradesh Ki Boli
Himachal Pradesh ki Boli: हिमाचल को देव भूमि भी कहा जाता है, क्यूंकि यहाँ बहुत सारे पौराणिक मंदिर और स्थान आज भी हैं। सांस्कृतिक तौर पर भी हिमाचल आज भी बहुत आगे है। संस्कृति में बहुत सी चीज़ें हैं आती हैं जिसमें स्थानीय बोलियाँ भी शामिल हैं। भारत में प्रमुख तौर पर कुछ भाषाओँ को छोड़ दें तो हज़ारों की संख्या में स्थानीय बोली का उपयोग होता है।
आज इस पोस्ट में हम हिमाचल के हर जिले में बोली जाने वाली बोलियों (himachal pradesh ki boliyan) के बारे में जानेंगे।
हिमाचल प्रदेश में कौन सी भाषा किस जिले में बोली जाती है?
हिमाचल के चंबा चंबा जिले में चंम्बयाली बोली जाती है। चंबा जिले में और भी स्थानीय बोलियां भी बोली जाती हैं जिनमें पंगवाली, भटियाली, चुराही और भरमौरी ख़ास है।
चंबा | चंम्बयाली |
बिलासपुर बिलासपुर जिले में मुख्य भाषा कहलूरी बोली जाती है। कहलूरी को बिलासपुरी भाषा भी कहा जाता है।
बिलासपुर | कहलूरी |
हरियाणा के साथ लगते सिरमौर सिरमौर जिले में सिरमौरी बोली जाती हैं। यहां की प्रमुख स्थानीय उपभाषा बोलियां बिशवाई और धारटी भी है।
सिरमौर | सिरमौरी |
हिमाचल का इंडस्ट्रियल एरिया कहे जाने वाले मंडी मंडी जिले में मण्डयाली, सरघाटी,सुकेती और बालडी बोली जाती है। यह बोलियां सुंदरनगर मंडी बल्ह और सरकाघाट के क्षेत्रों में बोली जाती है।
मंडी | मण्डयाली |
अपनी पौराणिक पहचान वाले कांगड़ा कांगड़ा जिले में कांगड़ी बोली जाती हैं। यहां की स्थानीय उपभाषा बोलियां पालमपुर और शिवालिक बोलियां भी हैं। कांगड़ी भाषा डोगरी और पंजाबी भाषा का मिश्रण है। इसे टांकरी लिपि में लिखा गया है|
कांगड़ा | कांगड़ी |
हिमाचल के कुल्लू घाटी को पहले कुलंथपीठ कहा जाता था | कुल्लू जिले में कुल्लवी बोली जाती हैं। कुल्लू ज़िले की स्थानीय भाषा सीराजी और सैजी है।
कुल्लू | कुल्लवी |
पंजाब के साथ लगते ऊना और हमीरपुर जिलों में कांगड़ी भाषा बोली जाती है।ये भाषा थोड़ी पंजाबी बोली जैसी ही है।
ऊना | हमीरपुर | कांगड़ी |
किन्नौर जिले मे किन्नौरी बोली जाती है। किन्नौर में और भी प्रमुख स्थानीय उपभाषा बोलियां छितकुली, होमस्कंद, शुम्को और सुनामी भी है।
किन्नौर | किन्नौरी |
शिमला के पास सोलन मे महासुवी उपभाषा बोली जाती है।सोलन की कुछ और स्थानीय उपभाषा बोलियां भगाटी, हांडूरी और क्योंथली हैं जिनका इस्तेमाल आस पास के गाँव में होता है।
सोलन | महासुवी |
लाहौल-स्पीति हिमाचल के बहुत ऊँचे ज़िले हैं ,लाहौल मे लाहौली बोली जाती है। इसके अलावा गेहरी, गारा , चागसा रंगलोई, मनचाटी यहां की प्रमुख स्थानीय बोलियां है। आपको बता दें स्पीति में तिब्बती भी बोली जाती है।
लाहौल-स्पीति | लाहौली, तिब्बती |
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