राष्ट्रीय खेल हॉकी पर निबंध | HOCKEY ESSAY IN HINDI
आज हम राष्ट्रीय खेल हॉकी पर निबंध (Essay On National Game Hockey In Hindi) लिखेंगे। राष्ट्रीय खेल हॉकी पर लिखा यह निबंध (bharat ka rashtriya khel hockey par nibandh) बच्चों (kids) और class 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए फायदेमंद हो सकता है. इसे speech, Paragraph और Nibandh के रूप में भी प्रस्तुत कर सकते हैं.
राष्ट्रीय खेल हॉकी पर निबंध (National Game Hockey Essay In Hindi)
Table of Contents
हॉकी का इतिहास और उत्पत्ति
ऐसा माना जाता है कि हॉकी का खेल अपने आरंभिक रूप में हलिंग और शिंटी नामों से खेला जाता था। मध्यकाल में छड़ी द्वारा खेला जाने वाला फ्रांसीसी खेल ‘हॉकी’ प्रचलित था, जो आज पूरे विश्व में खेला जाता है। आधुनिक जगत में 1971 में हॉकी विश्वकप प्रतियोगिता का आरंभ हुआ। आज हॉकी की अनेक अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताएँ होती हैं; जैसे-यूरोपियन कप, विश्व कप, एशियाई कप आदि।
हॉकी का विस्तार
भारत में हॉकी के विस्तार का श्रेय मुख्य रूप से ब्रिटिश सेना को जाता है। 19वीं शताब्दी में अंग्रेजी विद्यालयों में हॉकी खेलने की शुरुआत हुई। 1908 में हॉकी को पहली बार ओलंपिक में शामिल किया गया। 1980 में महिला हॉकी टीम ओलंपिक में शामिल की गई। धीरे-धीरे यह खेल महिलाओं का लोकप्रिय खेल बन गया। इसे विद्यालयों, महाविदयालयों, क्लवों आदि में खेला जाने लगा।
हॉकी के ज़रूरी नियम
हॉकी की टीम में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं। पाँच खिलाड़ी फॉरवर्ड, तीन हाफ़बैक, दो फुलबैक और एक गोलकीपर होता है। हॉकी खेलने का मैदान चौकोर होता है। इसके केंद्र में एक केंद्रीय रेखा और दो अन्य रेखाएँ खींची जाती हैं। हॉकी का खेल एक छड़ी (स्टिक) तथा गेंद के द्वारा खेला जाता है। एक खेल में 35 मिनट के दो भाग होते हैं, जिनमें 5 से 10 मिनट का अंतराल होता है। खेल केवल किसी खिलाड़ी को चोट लगने की स्थिति में हो रोका जाता है। गोलकीपर मोटे और हलके पैड पहनता है। उसे शरीर या पैर की मदद से गेंद रोकने की इजाजत होती है। अन्य खिलाड़ी गेंद को केवल स्टिक से ही रोकते हैं।
हॉकी में खिलाड़ियों दवारा कई तरह की गलतियाँ भी की जाती हैं, जिन्हें फाउल कहते हैं। अधिकांशतः फाउल के दंड के रूप में विरोधी दल को एक फ्री हिट दी जाती है। खेल के प्रत्येक भाग के लिए एक निर्णायक रेफ़री होता है।
हॉकी का भारत में इतिहास
भारत में यह खेल सर्वप्रथम कोलकाता में खेला गया था। भारतीय टीम का गठन सबसे पहले वहीं हआ था। 26 मई को भारतीय हॉकी टीम पहली बार ओलंपिक खेलों में शामिल हुई और विजयी हुई थी। भारत के पास ओलंपिक स्वर्ण पदकों के उत्कृष्ट रिकॉर्ड हैं। हॉकी के प्रसिद्ध खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद को ‘हॉकी का जादूगर’ कहा जाता था। 1928 से 1956 तक भारत में हॉकी का स्वर्णिम काल था। इस दौरान भारत ने हॉकी में 6 ओलंपिक पदक जीते थे।आज भी हॉकी का खेल भारत में खूब खेला जाता है।
उम्मीद है आपको ये Hindi Essay on ” National Game Hockey “, “हॉकी का हिंदी में लेख”, “Hockey ka Lekh aur Essay” Hindi Essay for Class 5, 6, 7, 8, 9 and 10 अच्छा लगा होगा.
This Post Has One Comment