भेड़िया चरित्र
बोध कथा – पति पत्नी एक कार से जंगल से गुजर रहे थे। अचानक पत्नी ने घायल जानवर के बच्चे को सड़क पर तड़पते देखा और ड्राइवर को बोली कार रोको ! दोनों लोग कार से नीचे उतरे। पत्नी बोली ये तो कुत्ते के बच्चा है और उसको पानी पिलाने लगी ,बच्चे में जान आ गई , पत्नी बोली इसको साथ ले चलते है । पति बोला “इस जंगल में कुत्ता कहां से आया?” ये भेड़िये का बच्चा है ।
पत्नी जिद्द कर बैठी ये कुत्ते का बच्चा है और उसे अपने साथ घर ले आई !!
इन दोनों के घर में पहले से दो कुत्ते थे। साथ ही उन पति-पत्नी स्वयं के भी दो बच्चे थे। कुछ दिनों के बाद एक कुत्ता घर से गायब हो गया , तलाश की गई तो उसकी हड्डियां घर के पीछे मिलीं। पति बोला “देखो भेड़िये ने हमारे वफादार कुत्ते को मार डाला।” पत्नी बोली “ये दोनों कुत्ते पहले दिन से इससे चिढ़ते थे इसीलिए इसने प्रतिक्रिया में ऎसा किया होगा।”
कुछ दिनों के बाद दूसरा कुत्ता भी गायब हो गया और फिर कुछ दिनों के बाद उनका अपना बच्चा भी गायब हो गया !! घर में झगड़ा शुरू हो गया।पड़ोसी भी बोलने लगे।मोहल्ले से भेड़िये को भगाओ। लेकिन पत्नी मानने को तैयार नहीं थी। दोनों के बीच तलाक़ हो गया। पत्नी भेड़िये और अपने बचे हुए दूसरे बच्चे को लेकर अपनी मायके आ गई।
कुछ दिनों के बाद भेड़िया दूसरे बच्चे को खाकर भाग गया।पत्नी भेड़िये को खोजने निकल पड़ी। लोगों ने कहा “अब खोज कर क्या करोगी ?” पत्नी बोली “उस भेड़िये से माफ़ी मांगूंगी कि मेरे पति और मेरे दोनों कुत्तों ने अगर उस मासूम भेड़िये से नफरत ना की होती तो बेचारे को मानव मांस खाने को मजबूर नहीं होना पड़ता !!”
– क्या आप किसी ऐसी विचारधारा वालों को जानते हैं ,जो हमेशा अपनों में दोष ढूंढती है और उग्रवादियों , आतंकियों को निर्दोष बताती है?- कौन हैं जो भेड़ियों से हमदर्दी और अपने ही देश , समाज, धर्म और परिवार से नफरत करते हैं ?- कौन हैं ऐसे लोग जो भेड़ियों से मुहब्बत कर रहे है ये जानते हुए भी कि भेड़िये अपने चरित्र नहीं बदलते? !!
– अपने आसपास में रह रहे ऐसे भेड़ियों को पहचानिए व उनसे सावधान रहें!
Bodh Katha, बोध कथा,लघु बोध कथा,बोध कथाएं,छोटी बोध कथा,सत्य बोध कथा,शिक्षाप्रद बोध कथा,बोध कथा हिंदी में लिखित,बोध कहानियां,नैतिक कथा,बोध katha,धर्मव्याध की कथा, बोधकथा,प्रे रणादायी कथा,जबरदस्त प्रेरणादायक कथा