Motivational Stories for kids in Hindi | प्रेरक कथा | Stories In Hindi
Bodh Katha – आइये आज पढ़े लिखे मूर्खो की एक कहानी पढ़ते है ।
किसी गांव में चार मित्र रहते थे । इनमें से तीन तो पढ़े लिखे थे किन्तु उनके पास बुद्धि नहीं थी । चौथा’ पढा लिखा नहीं था किंतु उसके पास बुद्धि थी । एक बार उन्होंने सोचा कि हम राजा के पास चलकर क्यों न धन कमाएं । यहीं सोच वे चारों घर से निकले ।
रास्ते में एक जंगल में पहुंच शास्त्र विद्या जानने वाले तीनों ने कहा कि हमारा साथी शास्त्र विद्या नहीं जानता, इसलिए इसे हम अपना कमाया धन नहीं देंगे । लेकिन उनके बड़े साथी ने कहा, ‘यारो, कोई बात नहीं, आखिर यह हमारा बचपन का साथी है । हम इसे अकेला नहीं छोड़ सकते ।’
बात समाप्त हुई, वे फिर चल पड़े । चलते-चलते रास्ते में उन्हें शेर की हड्डियाँ मिली । इन हड्डियों को पाकर तीन ने सोचा, हमें अपनी शास्त्र विद्या की परीक्षा लेनी चाहिए। यदि हमारे पास सच्ची विद्या है तो इन हड्डियों को इकठ्ठा करके हमें शेर बना देना चाहिए ।’
बस फिर क्या था, एक ने उन हड्डियों को इकट्ठा करके जोड़ दिया । दूसरे ने उन पर चमडा लगाया । तीसरा उसमें जान डालने ही लगा था । तभी जोर से चौथा बोला– ‘ठहरो! पागल मत बनो । क्या तुम्हें नहीं पता कि यह शेर बनने जा रहा है । यह जान पड़ते ही पहले हमें खाएगा ।’ तभी तीसरा बोला, “तुम तो अज्ञानी हो, तुम्हें क्या पता शास्त्र विद्या में कितनी शक्ति है । हम तो अपनी शक्ति दिखाकर ही ‘रहेगे ।’
चौथा बोला,‘ठीक है,तुम अपनी शक्ति दिखाओ,मैं तो वृक्ष पर चढ़ रहा हूँ। ‘जैसे ही उसने शेर में जान डाली,भूखा शेर दहाड़ा और देखते-ही-देखते उन तीनों पढ़े लिखो को खा गया ।
अनपढ़ वृक्ष पर चढ़ा होने के कारण बच गया। शेर के वहां से चले जाने के पश्चात् वह वृक्ष से उतरा और अपने घर सकुशल वापस आ गया। और सारी घटना गांव वालों को बताई तो गांव के एक बुजर्ग ने कहा “बेटा ! हमारे यहाँ तो वर्षो से कहा जाता है कि विद्या से बुद्धि बड़ी होती है।
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