महात्मा गांधी लेख – महात्मा गाँधी पर हिंदी में निबंध
आज हम महात्मा गाँधी पर निबंध (Essay On Mahtma Gandhi In Hindi) पढ़ेंगे । महात्मा गाँधी पर लिखा यह निबंध (Mahatma Gandhi par Nibandh) बच्चों (kids) जो class 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए फायदेमंद हो सकता है. इसे speech, Paragraph और Nibandh के रूप में भी प्रस्तुत कर सकते हैं.
महात्मा गाँधी पर हिंदी में निबंध | Essay on Mahatma Gandhi in Hindi
भूमिका– हमारा देश लगभग दो सौ वर्षों तक अंग्रेजों का गुलाम रहा। देश को आजाद कराने के लिए हजारों देश भक्तों ने अपने प्राणों की आहुति दी, जेल गए और अनेक प्रकार के कष्ट सहे। हमारी आज़ादी में मुख्य भूमिका निभाने वालों में महात्मा गांधी का नाम बड़े गर्व से लिया जाता था. महात्मा गाँधी भारत माता के ऐसे सच्चे सपूत थे जिन्होंने अंत तक अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी और आखिरकार देश को आजाद करने में उनकी अहम् भूमिका थी।
महात्मा गाँधी की जन्म तिथि | 2 अक्टूबर 1869 |
महात्मा गाँधी का जन्म स्थान | गुजरात |
महात्मा गाँधी के पिता का नाम | करमचंद गाँधी |
महात्मा गाँधी के माता का नाम | पुतली बाई |
महात्मा गाँधी की मृत्यु | 30 जनवरी 1948 |
महात्मा गाँधी का जन्म और माता पिता– महात्मा गांधी जी को बापू गांधी या राष्ट्रपिता के रूप में भी याद किया जाता है। इनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गाँधी था। गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 ई. गुजरात की एक रियासत पोरबंदर में हुआ था। इनके पिता का नाम करमचंद गाँधी था। उनकी माता का नाम पुतली बाई था।
महात्मा गाँधी की शैक्षिक प्राप्ति– महात्मा गाँधी राजकोट से प्राथमिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद वे अपनी उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड चले गए, वहाँ से उन्होंने वकील की उपाधि प्राप्त की और वापस भारत लौट आए।
महात्मा गाँधी का विवाह– महात्मा गाँधी ने कस्तूरबा बाई से विवाह किया। उनके घर में चार पुत्र पैदा हुए।
वकालत शुरू करना– गांधीजी ने वकालत शुरू की। लेकिन वकालत में उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली क्योंकि वे झूठ से दूर रहते थे । उनका कहना था की कानूनी पेशा झूठ पर आधारित है इसलिए मैंने भारत में कानून का अभ्यास करना बंद कर दिया।
महात्मा गाँधी का दक्षिण अफ्रीका जाना – एक बार महात्मा गाँधी एक मुकदमे के सिलसिले में दक्षिण अफ्रीका गए। वहाँ उन्होंने भारतीयों के साथ दुर्व्यवहार होते देखा। वहां अंग्रेज भारतीयों को नीची नजर से देखते थे। महात्मा गाँधी जी इस बात को सहन नहीं कर सके। महात्मा गाँधी जी ने वहां रहने वाले भारतीय लोगों को इकट्ठा किया और वहां की सरकार के खिलाफ जंग शुरू कर दी। उस काम में गाँधी जी को काफी सफलता मिली।
महात्मा गाँधी का स्वतंत्रता के लिए संघर्ष – लगभग 24 वर्षों के बाद महात्मा गाँधी जी भारत लौटे और आपने लोगों को संगठित किया और चल रहे देश की आज़ादी के संग्राम में उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ मुहीम को और तेज़ कर दिया। महात्मा गाँधी जी की यह जंग बेहद शांतिपूर्ण थी। गाँधी जी ने कई सत्याग्रह आंदोलन किए। जिसके लिए गाँधी जी को कई बार जेल भी जाना पड़ा। 1942 में महात्मा गाँधी जी ने अंग्रेजों के खिलाफ ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन शुरू किया। इस आंदोलन में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था लेकिन वे पीछे नहीं हटे।ब्रिटिश सरकार को देशभक्तों ने बहुत परेशान कर रखा था ।
देश की आजादी – हालांकि इस महा संघर्ष और आज़ादी की लड़ाई में कई वीर शहीद हुए थे, लेकिन हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था।अंग्रेज जाते-जाते भी अपनी कुटिल नीति चला गए । उन्होंने भारत को पाकिस्तान और हिंदुस्तान के रूप में दो भागों में विभाजित कर दिया । इस समय कई सांप्रदायिक और 7-दंगे हुए। जिससे गाँधी जी को बहुत दुख हुआ।
महात्मा गाँधी की शहादत – महात्मा गाँधी जी 30 जनवरी 1948 को प्रार्थना सभा में जा रहे थे तभी नाथू राम गोडसे नामक युवक ने गाँधी की गोली मार कर हत्या कर दी । उनके निधन पर शोक में डूबा पूरा देश लेकिन भारत माता का यह पुत्र सदा के लिए अमर हो गया। महात्मा गाँधी ने हमें एकता और एकजुटता का संदेश दिया।
हमें उम्मीद है कि आपको यह महात्मा गाँधी का लेख हिंदी (Mahatma Gandhi Essay in Hindi) में अच्छा लगा होगा और ये समझने में मदद मिली होगी कि महात्मा गांधी पर हिंदी में निबंध कैसे लिखें।
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